
अगर आपको संतान प्राप्ति में बाधा आ रही है या कुण्डली दोष के कारण सन्तान प्राप्ति में देरी हो रही है, तो आपको बाल गोपाल संतान प्राप्ति पूजा में अवश्य भाग लेना चाहिए।

संकष्टी चतुर्थी व्रत (Sankashti Chaturthi Vrat) को संकट हरने वाला व्रत माना गया है। भक्तों के बीच इस व्रत का विशेष महत्व है।

शुक्ल पक्ष में चंद्रमा की रोशनी बढ़ने के साथ पूर्णिमा तिथि पर ये शुक्ल पक्ष पूर्ण होता है, और चंद्रमा की रोशनी घटनी शुरू होती है। आकाश में चंद्रमा के पूर्ण आभाव होने पर अमावस्या तिथि होती है।

कुबेर ही हैं धन के देवता, जो करते हैं धन की कमी को दूर और कर्जों से मुक्ति, जाने कुबेर पूजा विधि और मंत्र...

गुप्त नवरात्रि में मुख्य रूप से 10 महाविद्या की पूजा की जाती है। इसके प्रभाव से कर्ज, शत्रु, रोजगार, विद्या, सन्तान और भूत-प्रेत आदि जैसी हर बाधा का समाधान होता है। जानें कब से है गुप्त नवरात्रि 2024..