वामा द्वारा आयोजित सूर्यग्रहण दोष निवारण पूजा में भाग लें और ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचें

इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर,2023 को लगने जा रहा है। इसकी अवधि 14 अक्टूबर को रात 8 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर 15 अक्टूबर रात 2 बजकर 25 मिनट तक रहेगी।

हालांकि भारत में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा, लेकिन बावजूद इसके सभी राशियों पर ग्रहण का प्रभाव जरूर रहेगा।

इन राशियों पर दिखेगा प्रभाव

जैसे- मेष को प्रोफेशनल लाइफ में चैलेंज, वृषभ की लव लाइफ में दिक्कत, मिथुन को जमीन-जायदाद संबंधी परेशानी, कर्क को वर्क स्ट्रेस, सिंह राशि के लोगों का परिवार के सदस्यों के साथ मतभेद, कन्या को हेल्थ संबंधी प्रॉब्लम...

तुला को चिंता, वृश्चिक को आर्थिक समस्या, धनु को हेल्थ इश्यू, मकर को भाग्य हानि, कुंभ को प्रॉपर्टी संबंधी परेशानी और मीन राशि के लोगों को स्ट्रेस की समस्या हो सकती है।

अतः 14 अक्टूबर को होने वाले सूर्यग्रहण के दुष्प्रभाव को दूर करने, आकस्मिक किसी भी दुर्घटना से बचने, सौभाग्य प्राप्ति के साथ अच्छे स्वास्थ्य के लिए VAMA की ओर से सूर्य मंदिर, गया जी में सूर्यग्रहण दोष निवारण पूजा में ज़रूर भाग लें।

भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थ गया जी में विष्णुपद मंदिर के पास सूर्य मंदिर स्थित है। यह मंदिर भगवान सूर्य के विशेष और चमत्कारी मंदिरों में से एक है।

यहाँ भगवान सूर्य की विशेष पूजा से जीवन में लाभ, यश और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। यदि आप राजनीतिक या प्रशासनिक क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो यहाँ भगवान सूर्य की विशेष पूजा में ज़रूर भाग लेना चाहिए।

सूर्यग्रहण दोष निवारण पूजा के फायदे

सूर्य ग्रहण का दुष्प्रभाव दूर होता है। प्रशासनिक सफलता मिलती है। स्वास्थ्य लाभ मिलता है। मानसिक चिंता दूर होती है।

अतः इन समस्याओं से बचने के लिए सूर्य ग्रहण दोष निवारण पूजा में जरूर भाग लें।