टैग Puja

विवाह में हो रही है देरी? तो कराएं, उत्तम विवाह योग सिद्धर्थम पूजा

Uttam Vivah Yog - Siddhartham Puja
उत्तम विवाह योग सिद्धर्थम पूजा कराने से शादी की अनुकूल परिस्थितियां बनती है और शादी लंबे समय तक टिकी रहती है।

Putrada Ekadashi: पुत्रदा एकादशी आज, जानें शुभ मूहुर्त और व्रतकथा

Putrada Ekadashi 2024
पौष मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी को पौष पुत्रदा एकादशी (Pausha Putrada Ekadashi) कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।

Laxmi Pujan: लक्ष्मी पूजन विधि, मुहूर्त, रंगोली के रंगों का महत्त्व, और मन्त्र

Laxmi-pujan
सौंदर्य, ऐश्वर्या, सौभाग्य, वैभव, शक्ति, समृद्धि, स्त्रीत्व और ​​संतान की देवी, जगदम्बा, और करुणा की देवी महालक्ष्मी जी को कहते हैं।

Somvar Vrat: सोमवार व्रत क्या है? जानिए पूजा विधि, महत्व और व्रत कथा

Somvar-Vrat-puja
सोमवार का दिन भगवान शंकर को अत्यंत प्रिय है इसलिए भगवान शंकर की कृपा प्राप्ति के लिए सोमवार का व्रत (Somvar Vrat) किया जाता है।

Naina Devi Temple: नैना देवी मंदिर का महत्व और इतिहास

Naina Devi Temple
सनातन धर्म में शक्तिपीठों का बड़ा महत्व है। इन शक्तिपीठों में माता श्री नैना देवी जी का मंदिर (Naina Devi Temple) बहुत प्रसिद्ध है।

Shani Shanti Puja: शनि शांति पूजा कैसे करें, जानें पूजा विधि और महत्व

शनि शांति पूजा (Shani Shanti Puja) करने से जीवन के कष्टों का अंत और जीवन में उर्जा का संचार होता है। इससे शनि देव जीवन में आ रही सभी बाधाएं और भयंकर बीमारियों से मुक्ति दिलाते हैं।

Nirjala Ekadashi: बेहद खास है निर्जला एकादशी का व्रत, जानिए व्रत का महत्व, पूजा विधि और व्रत कथा

Nirjala Ekadashi kab hai
निर्जला एकादशी सभी एकादशी में सबसे बड़ी एकादशी मानी जाती है। निर्जला एकादशी के व्रत से जन्म-जन्मान्तर के पापों से मुक्ति मिलती है। 

Santan Prapti ke Upay: संतान प्राप्ति में आ रही है बाधा, तो करें ये उपाय

Santan Prapti ke Upay 12.
अगर आपको संतान प्राप्ति में बाधा आ रही है या कुण्डली दोष के कारण सन्तान प्राप्ति में देरी हो रही है, तो आपको बाल गोपाल संतान प्राप्ति पूजा में अवश्य भाग लेना चाहिए।

Sankashti Chaturthi 2024: संकष्टी चतुर्थी कब है? जानें, पूजा विधि और महत्व

Sankashti Chaturthi 2024
संकष्टी चतुर्थी व्रत (Sankashti Chaturthi Vrat) को संकट हरने वाला व्रत माना गया है। भक्तों के बीच इस व्रत का विशेष महत्व है।

Amavasya 2024: सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का है खास महत्व, इस दिन पूजा करने से पितर होते हैं प्रसन्न

शुक्ल पक्ष में चंद्रमा की रोशनी बढ़ने के साथ पूर्णिमा तिथि पर ये शुक्ल पक्ष पूर्ण होता है, और चंद्रमा की रोशनी घटनी शुरू होती है। आकाश में चंद्रमा के पूर्ण आभाव होने पर अमावस्या तिथि होती है।