शनि की साढ़े साती या ढैय्या से परेशान हैं? तो VAMA द्वारा आयोजित महादशा शांति महायज्ञ में भाग लें
Shani Sade sati: क्या आप शनि साढ़े साती से मुक्ति और शनि दोष की शांति चाहते हैं, तो आपको महाराष्ट्र स्थित शनि शिंगणापुर में शनि साढे़ साती महादशा शांति महायज्ञ (Shani Sade Sati, Mahadasha Shanti Mahayagya) में अवश्य भाग लेनी चाहिए।
कहा जाता है कि शनि शिंगणापुर मंदिर का दर्शन मात्र से ही शनि दोष से मुक्ति ही मिल जाती है। भगवान शनि देव मनुष्य को उसके पाप से मुक्ति दिलाते हैं और साथ ही जीवन में आर्थिक समृद्धि और शांति प्रदान करते हैं।
शनि साढे़ साती महादशा शांति महायज्ञ (Shani Sade Sati, Mahadasha Shanti Mahayagya) में भाग लेने से शनि ढैय्या की परेशानी से मुक्ति के साथ, जीवन में शांति, समृद्धि और शांति आती है।
तो आइए, इस ब्लॉग शनि साढे़ साती महादशा शांति महायज्ञ पूजा का लाभ और महत्व को जानते हैं।
तो सबसे पहले शनि ग्रह के बारे में जान लेते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि साढ़े साती (Shani sade sati) से पीड़ित व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
न्याय देवता शनि देव को कर्मों का फल देने वाला देवता कहा जाता है। भगवान सूर्य के पुत्र शनिदेव व्यक्ति को उसके कामों के अनुसार शुभ या अशुभ फल देते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि ग्रह को नवग्रहों में सबसे सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। शनि को 12 राशियों में घूमने में करीब 30 साल का वक्त लगता है।
शनि हर राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर व्यक्ति को जीवन में एक बार शनि साढ़े साती (Shani sade sati) का जरूर सामना करना पड़ता है।
ऐसे में साढ़े साती के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए आपको देश के सबसे प्रतिष्ठित शनिदेव मंदिर शनि शिंगणापुर में वामा द्वारा आयोजित शनि साढे़ साती, महादशा शांति महायज्ञ में अवश्य भाग लेनी चाहिए।
शनि साढे़ साती, महादशा शांति पूजा के लाभ
जीवन में उन्नति और सफलता
शनि दोष की शांति के बाद जीवन में शनि देव की कृपा आने लगती है। व्यक्ति के जीवन में उन्नति और कार्यों में सफलता मिलने लगती है। इस पूजा से शनि देव प्रसन्न होकर मनचाहा आशीर्वाद देते हैं।
शनि की महादशा में अच्छे परिणाम
यदि आपकी कुंडली में शनि की महादशा चल रही है, तो आप नौकरी, व्यापार या रिलेशनशिप की समस्या से परेशान हो सकते हैं। शनि शांति महायज्ञ से आपको शनिदेव की कृपा प्राप्त होगी।
साढ़े साती या शनि दोष से मुक्ति
साढ़े साती या कुंडली में शनि दोष होता है तो व्यक्ति के सभी काम अटकते हैं और बार-बार असफलता हाथ लगती है। इस पूजा से शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
बीमारी और अकाल मृत्यु से बचाव
शनि शांति महायज्ञ आपको लंबी बीमारी से बचाता है। वहीं कुंडली में दुर्घटना या अकाल मृत्यु के दोष को भी दूर कर देता है। इससे व्यक्ति आत्मविश्वासी भी बनता है और हर जगह बिगड़ने वाले काम बनने लगते हैं।
शनि शिंगणापुर मंदिर का विवरण
शनि शिंगणापुर मंदिर महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित है। यह मंदिर भगवान शनि को समर्पित है। इस स्थल को भगवान शनिदेव का जन्मस्थान माना जाता है। यहां स्थित काले रंग के संगमरमर की शनि देव की यह स्वयंभू मूर्ति लगभग 5 फुट 9 इंच ऊंची और 1 फुट 6 इंच चौड़ी है।
शनि शिंगणापुर मंदिर की एक विशेषता यह है कि यहां पर मंदिर के आसपास कोई घेराव नहीं है और यहां पर किसी भी तरह की चोरी नहीं होती है और लोग यहां पूरी श्रद्धा से शनि अभिषेक करने आते हैं।
इस मंदिर में हर शनिवार को भगवान शनि की पूजा अर्चना की जाती है। मान्यता है कि इस पवित्र स्थल पर विधिपूर्वक शनि अभिषेक पूजा संपन्न करवाने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
वामा के माध्यम से करें ऑनलाइन शनि साढ़े साती महायज्ञ
यदि आप विधिपूर्वक शनि साढे़ साती, महादशा शांति महायज्ञ (Shani Sade Sati, Mahadasha Shanti Mahayagya) कराना चाहते हैं तो तो आप वामा ऐप (VAMA APP) के माध्यम से घर बैठे ऑनलाइन पूजा करा सकते हैं।
इसके लिए आप वामा ऐप डाउनलोड कर बहुत ही आसानी से पूजा बुक कर सकते हैं। साथ ही अनुष्ठान के दौरान पूजा को आप लाइव भी देख सकते हैं।
पूजा के दौरान आपके नाम और गोत्र का उच्चारण किया जाएगा। अनुष्ठान (पूजा) संपन्न हो जाने के बाद प्रसाद आपके पते पर पहुंचाया जाएगा।
ये तो थी, शनि साढे़ साती, महादशा शांति महायज्ञ की जानकारी। ऐसे ही सनातन धर्म की अन्य पूजा और अनुष्ठानों की जानकारी के लिए वामा (VAMA) से जुड़े रहें।