Maa Durga Mantra: मां दुर्गा को मनाने के ये हैं खास मंत्र, आइए जानें

मां दुर्गा पूरे ब्रह्माण्ड की मां हैं। आइए, मां दुर्गा के विशेष मंत्र (Maa Durga Mantra), विधि और होने वाले लाभ को जानें। 

Maa Durga Mantra: मां दुर्गा पूरे ब्रह्माण्ड की मां हैं। मां दुर्गा शक्ति हैं। संस्कृत में दुर्ग को किला कहा जाता है अर्थात ऐसा स्थान जहां कोई आसानी से नहीं पहुंच पाए।

मां दुर्गा (Maa Durga) भी अपने भक्तों को अपनी किला रूपी आंचल में ऐसे छिपा लेती हैं कि उसका कोई अनिष्ट न कर सके।

यूं तो मां बहुत दयालु हैं किन्तु कभी-कभी हमारे द्वारा किए गए अंजाने गलत कृत्य से वे हमसे रुष्ट भी हो जाती हैं। तब उन्हें मनाना बहुत मुश्किल हो जाता है, तो ऐसे में यहां हम मां शक्ति को प्रसन्न करने वाले कुछ सिद्ध मंत्रों और उनके लाभ बता रहे हैं। 

इन विशेष मंत्रों का जाप आप नवरात्रि (Navratri) या गुप्त नवरात्रि के दौरान करेंगे तो आपको इसका फल शीघ्र ही प्राप्त होगा।

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पूजा का नाममंदिर (स्थान)
ऋण मुक्ति पूजाऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर (उज्जैन)
शनि साढे़ सातीशनि शिंगणापुर देवस्थानम, महाराष्ट्र
राहु ग्रह शांति पूजाजरकुटिनाथेश्वर महादेव मंदिर, प्रयागराज
माँ बगलामुखी महापूजामाँ बगलामुखी धाम, उज्जैन
पितृ दोष शांति एवं त्रिपिंडी श्राद्ध पूजाधर्मारण्य तीर्थ, गया, बिहार

तो आइए, मां दुर्गा के विशेष मंत्र (Maa Durga Mantra), विधि और होने वाले लाभ को जानें। 

मां दुर्गा ध्यान मंत्र (Maa Durga dhyan Mantra)

ॐ जटा जूट समायुक्तमर्धेंन्दु कृत लक्षणाम।

लोचनत्रय संयुक्तां पद्मेन्दुसद्यशाननाम॥

अर्थ- मैं सर्वोच्च शक्ति को नमन करता हूं और आपसे आग्रह करता हूं कि लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने में और उन्हें प्राप्त करने में मेरी मदद करें।

दुर्गा मंत्र पाठ विधि  

सुबह स्नान करने के बाद मां दुर्गा की तस्वीर या प्रतिमा के समक्ष करना चाहिए। इस मंत्र का जाप 108 बार करें तो मां प्रसन्न होती हैं और हमें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। 

मां दुर्गा ध्यान मंत्र के जाप के लाभ (benefits of chanting maa durga meditation mantra in hindi)

  • किसी भी अन्य मंत्र से पहले मां दुर्गा ध्यान मंत्र का जाप करना चाहिए क्योंकि यह अनुष्ठान की शुरुआत करता है।
  • यह मंत्र आत्मा को खोलेगा और चेतना को जगाएगा।
  • यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मंत्र है। इस मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने और एकाग्रता बनाए रखने में मदद मिलती है। 

दुर्गा मंत्र (Durga Mantra)

सर्वमङ्गलमाङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके

शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तुते॥

अर्थ- मैं नारायणी को नमन करता हूं, जो सब कुछ शुभ बनाती हैं क्योंकि वह सबसे शुभ हैं। जो भी त्रिनेत्र गौरी की शरण में आता है, मां उसकी सभी इच्छाओं को पूरा करती हैं।

विधि: सुबह-सुबह करना उचित होगा। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। हर कोई व्यक्ति कर सकता है। 108 बार कम से कम मंत्र का जाप करें। 

दुर्गा मंत्र जाप के लाभ

  • दुर्गा मंत्र को सबसे शक्तिशाली मंत्र माना जाता है, जो मां दुर्गा को समर्पित है।
  • मां दुर्गा के मंत्र (Maa Durga Mantra) का जाप करने से मां दुर्गा जातक के जीवन से सभी बाधाओं को दूर करने के लिए आवश्यक शक्ति प्रदान करती हैं।
  • इस मंत्र का जाप करने से जातक को ज्ञान मिलता है, उसक दिमाग खुलता है और नए विचार आते हैं।
  • जब कोई नया व्यवसाय शुरू करता है तब जातक को इस शक्तिशाली मंत्र का निरंतर जाप करना चाहिए। इस मंत्र की मदद से जातक के व्यवसाय में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं।

मां दुर्गा दुह स्वप्न निवारण मंत्र (Maa Durga duh swpn Nivaran Mantra):

शान्तिकर्मणि सर्वत्र तथा दु:स्वप्नदर्शने।

ग्रहपीडासु चोग्रासु माहात्म्यं श्रृणुयान्मम॥

विधि: जो मनुष्य नींद की समस्या से जूझ रहा है, उसके लिए यह मंत्र लाभदायक है। इसका जाप भी कम से कम 108 बार माता की प्रतिमा के समक्ष करें। 

माँ दुर्गा दुःस्वप्न निवारण मंत्र के जाप के लाभ

इस मंत्र का अर्थ और लाभ इसके नाम में समाहित है। दुःस्वप्न का अर्थ है, बुरे सपने और निवारण का अर्थ है, राहत।

  • अपने नाम के अनुसार, इस मंत्र का जाप तब बहुत फायदेमंद होता है जब यह किसी ऐसे व्यक्ति के लिए हो जो नींद की समस्या का सामना कर रहा हो।
  • नियमित रूप से बुरे सपने या नकारात्मक विचार रखने वालों को इस मंत्र का धार्मिक रूप से पाठ करने की सलाह दी जाती है।
  • स्वच्छ तन और आत्मा से इस मंत्र का जाप करने से उन लोगों को शांति मिलती है, जो शांति पाने के लिए संघर्षरत हैं।

माँ दुर्गा सर्व बाधा मुक्ति मंत्र (Maa Durga Sarva Badha Mukti Mantra):

सर्वाबाधाविनिर्मुक्तो धन धान्य: सुतान्वित: |

मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यती न संशय: ||

विधि: प्रातःकाल स्नान करने के बाद इस मंत्र का जाप करें। इस मंत्र का जाप 108-108 यानी दो बार तो कम से कम करना ही चाहिए। 

चाहें तो आप कमल गट्टे या तुलसी की माला का भी उपयोग कर सकते हैं।

माँ दुर्गा सर्व बधा मुक्ति मंत्र के जाप के लाभ

  • जब किसी को लगता है कि वह जीवन में सफलता प्राप्त नहीं कर सकेगा, ऐसे में माँ दुर्गा-सर्व-बाधा-मुक्ति मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। यह मंत्र फलदायी सिद्ध होगा।
  • यह मंत्र बाधाओं को दूर करने के लिए उच्चारित किया जाता है। ऐसे में सफलता के मार्ग पर आने वाली किसी भी नकारात्मक ऊर्जा को यह मंत्र नष्ट कर देता है।
  • नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करने से जातक के जीवन में आने वाली किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना या बाधा को दूर किया जा सकता है।
  • यह भी माना जाता है कि जो दंपति संतान प्राप्ति के सुख से वंचित हैं, उन्हें इस मंत्र का मन से उच्चारण करना चाहिए। संतान प्राप्ति का सुख प्राप्त हो सकता है।

मंत्र पाठ के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें

मां दुर्गा के मंत्रों (Maa Durga Mantra) को करने से पहले यह अवश्य सुनिश्चित कर लें कि मंत्रों का उच्चारण गलत नहीं होना चाहिए। न ही उन्हें करने का उद्देश्य गलत होना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके ऊपर मंत्रों का प्रभाव विपरीत भी पड़ सकता है। 

यदि आप मंत्रों को सच्ची श्रद्धा और सही उच्चारण के साथ करते हैं तो विश्व में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसे आप प्राप्त न कर सकें।

सनातन धर्म की ऐसे ही शक्तिशाली मंत्रों को जानने के लिए वामा ऐप से जुड़े रहें। 

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