Karwa Chauth 2024: करवा चौथ 2024 कब है? जानें, पूजा का शुभ मुहूर्त और व्रत की विधि 

Karwa Chauth 2024 : क्या आप पहली बार करवा चौथ करने वाली हैं? इसकी पूजा विधि को लेकर आपके मन में कुछ सवाल हैं? करवा चौथ कब है 2024 में ये आपको जानना है? अगर ऐसा है तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं। हिन्दू धर्म में महिलाएं इस दिन अपने पति की लम्बी आयु के लिए व्रत रखती हैं। करवा चौथ का त्यौहार दाम्पत्य जीवन में मधुरता और समर्पण लेकर आता है। सभी सुहागिन महिलाएं इस व्रत की सालभर प्रतीक्षा करती हैं।

अगर आप जानना चाहते हैं कि इस साल 2024 में करवा चौथ (Karwa Chauth 2024) कब है, तो ये ब्लॉग आपके लिए ही है।

आइए, जानते हैं कि करवा चौथ कब है और इस दिन व्रत-पूजा कब और कैसे करें? 

करवा चौथ 2024 कब है (Karwa Chauth 2024 Date and Time) 

इस साल करवा चौथ 20 अक्तूबर 2024 को है। करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05:46 बजे से 06:54 बजे तक रहेगा, यानी 1 घंटे 8 मिनट का समय है जिसमें आप करवा चौथ पूजा कर सकती हैं। करवा चौथ का व्रत खोलने के लिए चन्द्र दर्शन करना जरुरी माना गया है। इस दिन 07:53 बजे चन्द्र दर्शन होंगें।इसके बाद आप अन्न-जल ग्रहण कर सकती हैं। 

करवा चौथ पूजा विधि और नियम (Karwa Chauth Puja Vidhi) 

करवा चौथ का में निर्जला व्रत रखने का नियम है। यह व्रत सुबह सूरज उगने से लेकर चांद निकलने तक रखा जाता है। सौभाग्यवती महिलाएं सोलह श्रृंगार करके इस व्रत को रखती हैं। अपने पति के स्वास्थ्य और लम्बी उम्र के लिए आप भी नीचे लिखी विधि से करवा चौथ का व्रत करें। 

  • करवा चौथ (Karwa Chauth 2024) के दिन आपको सूर्योदय से पहले उठ जाना चाहिए। 
  • सबसे पहले घर की साफ़ सफाई करें और फिर स्नान करके सुंदर वस्त्र गहनें इत्यादि पहनें।
  • अब सास द्वारा दिया गया भोजन (सरगी) ग्रहण करें। 
  • इसके बाद गणेश जी का ध्यान करके निर्जला व्रत का संकल्प लें। 
  • शाम को घर की सभी महिलाएं मिलकर करवा चौथ व्रत की कथा सुनें।
  • करवा(छोटा घड़ा) भर कर अनाज के ढेर पर रखें।
  • शिव परिवार को धूप,दीप, रोली, अक्षत और नैवेद्य अर्पित करें। 
  • हाथ जोड़कर पति के दीर्घायु होने की कामना करें। 
  • जब चांद निकल जाए, तो छलनी में चांद के दर्शन करें और उसे अर्घ्य दें। 
  • सभी बुजुर्ग महिलाओं के पैर छुएं और आशीर्वाद लें। 
  • अपनी सास को वस्त्र,भोजन और रूपये इत्यादि उपहार दें। 
  • अब जल और भोजन करके अपना व्रत खोलें। 

करवा चौथ व्रत की कथा (Karwa Chauth Vrat Katha) 

करवा चौथ के दिन इसकी व्रत की कथा कहने और सुनने का बहुत महत्व है। करवा चौथ की कथा के अनुसार एक साहूकार की सात बेटे और एक बेटी थी, जिसका नाम करवा था। सातों भाई, अपनी बहन से बहुत प्यार करते थे।

एक बार करवा विवाह के बाद कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्थी को वो अपने घर आई हुई थी। उसने अपनी 7 भाभियों के साथ करवा चौथ का निर्जल व्रत करने का संकल्प लिया। शाम को जब सभी भाई खाना खाने लगे तो उन्होंने देखा कि बहन का चेहरा उतरा हुआ है। 

भाइयों ने बहन से भोजन कर लेने का आग्रह किया लेकिन बहन ने कहा मेरा व्रत है, मैं चांद देखकर ही भोजन करुंगी। भाइयों से ये देखा नहीं गया कि उनकी बहन भूखी परेशान रहे। उन्हें एक तरकीब सूझी।

सबसे छोटा भाई एक पीपल के पेड़ पर चढ़ गया और छलनी में से दीपक दिखाने लगा। बाकि भाईयों ने बहन से कहा कि बहन चांद निकल आया है, अब अर्घ्य देकर भोजन करलो। बहन ने भाइयों पर विश्वास करके दिए को अर्घ्य देकर भोजन कर लिया। जैसे ही वह भोजन करके उठी उसे अपने पति की मृत्यु की खबर मिली।

Karwa Chauth 2024

अब भाभियों ने करवा को बताया कि तुम्हारे भाइयों ने छल से तुम्हारा व्रत तुड़वा दिया था जिसके कारण ये आपति आई है। करवा को बहुत दुःख और पछतावा हुआ। वह अपने पति के शव के पास बैठी रहती और उस पर उगी घास को एकत्रित करती रहती। पूरे एक साल तक करवा ने ऐसे ही तप किया। अगले साल जब करवा चौथ आई तो उसने पूरे विधि-विधान से ये व्रत किया। करवा का सतीत्व और तपस्या को देखकर भगवान गणेश बहुत प्रसन्न हुए। उन्होंने उसके पति को जीवित कर दिया। इस तरह करवा ने अपने सुहाग की रक्षा की। जिस तरह से करवा ने व्रत करके अपने पति की आयु बढ़ाई वैसे ही सभी सुहागिन इस व्रत से सौभाग्य का वरदान पाती हैं। 

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तो आपने हमारे इस ख़ास लेख में जाना कि करवा चौथ 2024 (Karwa Chauth 2024) कब है और इस त्यौहार में व्रत और पूजा कैसे करें। हमें उम्मीद है कि ये जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी और आप पूरे विधि-विधान से करवा चौथ व्रत कर सकेंगी। ऐसी ही उपयोगी जानकारी के लिए आप हमारे ब्लॉग्स पढ़ते रहें।