Solah Somvar Vrat: 16 सोमवार व्रत कैसे करें, यहां जानें, पूरी पूजा विधि…

Solah Somvar Vrat: सोमवार के 16 व्रत करने से जीवन की सभी मनोकनाएं पूरी होती हैं। कैसे करें, व्रत और पूजा यहां जानें सम्पूर्ण जानकारी....

Solah Somvar Vrat: महादेव को प्रसन्न करने के लिए बहुत से मार्ग हैं। इनमें 16 सोमवार का व्रत (Solah Somvar Vrat) बहुत जल्दी फल देने वाला उपाय है। इस व्रत को करने से जीवन के सभी सपने पूरे होते हैं।

16 सोमवार का व्रत (Solah Somvar Vrat) को करने से महादेव आपकी हर इच्छा पूरी करते हैं। जो लोग विधि पूर्वक इस व्रत को करते हैं, उनके जीवन में किसी तरह की कमी नहीं रहती। 

16 सोमवार का व्रत करने वाली महिलाओं को संतान की प्राप्ति होती है। जो लड़कियां जल्दी विवाह और मन पसंद वर की कामना के लिए इस व्रत को करती हैं, उन्हें इसका बहुत जल्दी फल प्राप्त होता है।

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रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं को भी रोजगार प्राप्ति की होती है। पौराणिक कथाओं बताया गया है, इस व्रत को करने से हर तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

तो आइए, इस ब्लॉग में VAMA के ज्योतिषाचार्य डॉ आचार्य देव से जानते हैं 16 सोमवार व्रत कथा, पूजा विधि (Solah Somwar Vrat Katha, Puja Vidhi) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी।

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16 सोमवार व्रत विधि (Solah Somwar Vrat Vidhi)

सबसे पहले मन में प्रश्न आता है, कि यह व्रत कब से शुरू किया जाए। धर्म शास्त्रों में निर्देश मिलता है। शंकर जी का यह व्रत श्रावण मास के पहले सोमवार से शुरू किया जा सकता है।

इस दिन से शुरू करके आने वाले 16 सोमवार व्रत करें। 17वें सोमवार पर शंकर जी का विधिपूर्वक पूजन करके इस व्रत का उद्यापन किया जाता है। 

  • 16 सोमवार के व्रत में प्रात: जल्दी उठकर स्नान करके साफ सुथरा वस्त्र धारण करें। 
  • सफेद रंग के वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है। यह रंग भगवान शिव को अति प्रिय है। 
  • मंदिर में जाकर या घर के पूजा घर में भगवान शिव का पूजन करें। 
  • भगवान शिव का जल या दूध से अभिषेक करें। 
  • भगवान शिव को काले तिल मिश्रित जल से अभिषेक करने का विशेष शुभ फल बताया गया है। 
  • भगवान शिव को सफेद फूल अर्पण करें। 
  • बेल पत्थर और बेल पत्थर के पत्ते भगवान शिव को अर्पण करें। 
  • भगवान को चंदन का लेपन करें व श्रद्धा अनुसार जो भी भेंट आप अर्पण करना चाहते हैं वह भेंट अर्पण करें। 
  • भगवान के व्रत का संकल्प लें।
  • अपने हाथ में जल अक्षत पान सुपारी लेकर भगवान शिव से संकल्प करते हुए मन में अपने भाव धारण करें। 
  • भगवान शिव की विधि पूर्वक पूजा करें। 
  • व्रत के नियम अनुसार शंकर जी का व्रत प्रदोष काल में करना चाहिए। 
  • दूध, दही, शहद, घी, शक्कर इत्यादि से भगवान शिव का संपूर्ण अभिषेक करें। 
  • भगवान शिव को फल और नैवेद्य इत्यादि का भोग लगाएं। 
  • समय के अनुसार 16 व्रत कथा पढ़ें। 
  • कपूर जलाएं और भगवान शिव की आरती करें। 
  • भगवान शिव को प्रसाद चढ़ाएं व प्रसाद के रूप में फल ग्रहण कर सकते हैं।
  • दिनभर भगवान शिव का चिंतन करें। 
  • “महामृत्युंजय मंत्र” का जाप करें या “ॐ नमः शिवाय मंत्र” का जाप करें।
  • दिन में एक समय मीठा या नमकीन भोजन करें।
VAMA द्वारा आयोजित ऑनलाइन पूजा में भाग लें (अपने नाम और गोत्र से पूजा संपन्न कराएं)
पूजा का नाममंदिर (स्थान)
ऋण मुक्ति पूजाऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर (उज्जैन)
शनि साढे़ सातीशनि शिंगणापुर देवस्थानम,महाराष्ट्र
लक्ष्मी कुबेर महायज्ञ और रुद्राभिषेकजागेश्वर कुबेर मंदिर ,अल्मोड़ा, उत्तराखंड
राहु ग्रह शांति पूजाजरकुटिनाथेश्वर महादेव मंदिर ,प्रयागराज

16 सोमवार व्रत के लाभ (Solah Somwar Vrat Benefits)

शास्त्रों के अनुसार 16 सोमवार का व्रत मुख्य रूप से किसी विशेष कामना की पूर्ति के लिए किया जाता है। इस व्रत को करने से जीवन का हर संकल्प पूरा होता है। मान्यता है, 

  • जो स्त्री इस व्रत को करती हैं, उन्हें उनकी इच्छा अनुसार वर की प्राप्ति होती है।
  • पति की दीर्घायु के लिए ये व्रत किया जाता है।
  • इस व्रत के करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है।
  • इस व्रत को करने से युवाओं को रोजगार की प्राप्ति होती है। 

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार देवी पार्वती ने भी स्वयं 16 सोमवार का व्रत (Solah Somvar Vrat) रखा था। तभी से इस व्रत की महिमा इतनी विशेष मानी जाती है। आज के समय में भी जो इस व्रत को करता है, उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। 

16 सोमवार व्रत के नियम (Solah Somvar Vrat Niyam)

हर कार्य को करने के लिए नियम होते हैं। महादेव को प्रसन्न करने वाले इस 16 सोमवार के व्रत के नियम (Solah Somvar Vrat Niyam) बहुत महत्वपूर्ण हैं। आइए जानते हैं व्रत से जुड़े नियम..

  • 16 सोमवार का व्रत करने वाले को दिनभर शंकर जी का चिंतन करना चाहिए। 
  • भगवान शिव सब की मनोकामनाएं पूर्ण करने वाले हैं। 
  • उनका चिंतन करते हुए अपना दिन यापन करना चाहिए। 
  • किसी से ऊंचा ना बोलें। 
  • सब में ईश्वर का वास है ऐसा समझ के बर्ताव करें। 
  • दिन में एक समय भोजन करें। 
  • नियम ले की या तो केवल मीठा भोजन लें या केवल नमकीन भोजन लें। 
  • 16 सोमवार में एक जैसा ही भोजन लें। 
  • जमीन पर आसन लगाकर सोएं। 
  • ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करें। 
  • सुबह शाम भगवान शिव का पूजन करें। 
  • भगवान शिव के मंत्रों का का जाप करें। 

16 सोमवार व्रत उद्यापन विधि (solah somvar vrat udyapan)

16 सोमवार व्रत उद्यापन विधि में जिस दिन सोमवार के व्रत पूरे हो रहे हों, उस दिन रोज की तरह प्रात: स्नानात्यादि करके मंदिर जाएँ। 

  • मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती के लिए वस्त्र लेकर जाएं। 
  • फल, फूल इत्यादि सामग्री लेकर जाएं। 
  • मंदिर में ब्राह्मण से भगवान शिव का विधिवत रुद्राभिषेक करवाएं। 
  • सामर्थ्य अनुसार सामग्रियों से भगवान शिव का पूजन करें। 
  • जल अभिषेक, दुग्ध अभिषेक अवश्य करें। 
  • गरीबों को भोजन करवाएं। 
  • घर में ब्राह्मण को भोजन करवाएं। 
  • संकल्प के साथ व्रत का उद्यापन करें।

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