Shukra Gochar 2024: 25 अगस्त को होगी शुक्र-केतु की युति, 6 राशियों के लोग होंगे मालामाल

shukar Gochar 2024: जीवन में सभी तरह के सुखों के कारक 25 अगस्त से शुक्र नीच में केतु के साथ होने से, जानिए शुक्र के गोचर का फल और उपाय.....

Shukra gochar 2024: 25 अगस्त को शुक्र अपनी नीच राशि कन्या में आएंगे। यहाँ पहले से बैठे केतु के साथ होने वाली ये युति कुछ राशियों के लिए शुभ समय लेकर आ रही है।

सिद्धांत  ज्योतिष के आधार पर आकाश मंडल में ग्रहों की गणना की जाती है। आकाश मंडल में 12 राशियों की कल्पना की गई है। 30 अंश की एक राशि में हर ग्रह अपनी-अपनी कक्षा के अनुसार समय-समय पर अपना परिभ्रमण पूरा करके राशि परिवर्तन करता है।

ग्रहों के राशि परिवर्तन का फल पृथ्वी पर सब लोगों के जीवन को प्रभावित करता है। इसके प्रभाव से बचान मुश्कित होता है। जीवन को अनुकूल बनाने के लिए ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से उपाय कर के उसके प्रभाव को कम या अधिक किया जा सकता है।

कोई भी ग्रह परम उच्च की स्थिति में होने पर पृथ्वी पर हमें शुभ फल प्रदान करता है। परंतु जब कोई ग्रह नीच में होता है, तो हमें उसका अशुभ फल प्राप्त होता है। जब ग्रह किसी अन्य ग्रह के साथ जुड़ता है तो उसका फल भी बदल जाता है। 

आईए जानते हैं VAMA के ज्योतिषाचार्य डॉ आचार्य देव से नीच के शुक्र का किस राशि पर कैसा होगा प्रभाव…

ज्योतिष शास्त्र में उच्च और नीच

ज्योतिष शास्त्र के फ़लित ग्रंथों में ग्रहों के उच्च व नीच की स्थिति का विस्तार से वर्णन किया गया है। ग्रहों का एक निश्चित ऊंचाई पर चले जाना परम उच्च कहलाता है। ग्रहों का एक निश्चित दूरी पर नीचे चले जाना परम नीच कहलाता है।

शुक्र का कन्या (नीच) राशि में गोचर

25 अगस्त 2024 को शुक्र कन्या राशि में केतु के साथ गोचर करेंगे। शुक्र कन्या राशि में नीच के होते हैं। ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रहों की उच्च व नीच की निश्चित राशियाँ बताई गई हैं। इसी नियम अनुसार शुक्र का कन्या राशि में आना नीच राशि में होने को दिखाता है। किसी भी ग्रह के नीच राशि में आने से उसके शुभ फल में कमी आती है। 

शुक्र जीवन में ऐश्वर्य, रोमांस, धन-धान्य, वैवाहिक सुख, वाहन सुख, भूमि सुख, भवन सुख इत्यादि सब प्रकार के सुख देने वाला ग्रह हैं। शुक्र के प्रभाव से जीवन में रस (आनंद) आता है। जिससे जीवन जीने का आनंद प्राप्त होता है। 

शुक्र के नीच में हो जाने से जानते हैं किन राशियों पर पड़ेगा कैसा प्रभाव… 

मेष राशि 

मेष राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर छठे भाव में होने जा रहा है। मेष राशि वालों के लिए शुक्र दूसरे और सप्तम भाव के स्वामी हैं। ये दोनों भाव धन और जीवनसाथी को दिखाते हैं। मेष राशि वालों को शुक्र के नीच में आने से धन एवं जीवनसाथी की ओर से कष्ट प्राप्त हो सकते हैं।

इस समय में आपको व्यापार से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शुक्र का गोचर छठे भाव में होने से आपको शत्रुओं का सामना भी करना पड़ सकता है। 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र का नीच में आकर पंचम भाव में गोचर करेंगे। आपके लग्न के अनुसार शुक्र, लग्न और छठे भाव पर प्रभाव डालते हैं। जिससे आपके मन में नकारात्मक चिंतन को बढ़ावा देना तथा शत्रुओं का आप पर हावी करना ऐसी स्थिति पैदा करता है। 

शुक्र का पंचम भाव में गोचर होने से विद्यार्थियों को इस समय में विशेष संघर्ष का सामना करना पड़ेगा, परीक्षाओं में असफलता जैसी घटनाएं घट सकती हैं। 

मिथुन राशि 

मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र का 12वें और पंचम भाव में प्रभाव देखा जाता है। आपके लग्न के अनुसार चतुर्थ भाव में होने वाला शुक्र का गोचर आपकी विद्या, आमदनी और विदेश से जुड़े सभी प्रकार के सुखों का प्रभावित करेगा। 

जिससे आपको सुख का अभाव देखने को मिलेगा। दूर की यात्राएं करनी पड़ सकती हैं, जो थकान भरी साबित होंगी। विद्यार्थियों को इस समय में विशेष कष्टों का सामना करना पड़ेगा। पढ़ाई में मन ना लगना, स्मरण शक्ति का कमजोर होना ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। 

कर्क राशि 

कर्क राशि में कर्क राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर तीसरे भाव में हो रहा है। शुक्र आपके लग्न से 11वें और चतुर्थ भाव पर विशेष प्रभाव डालते हैं। इन भावों से आपके सुख और धन-धान्य का विचार किया जाता है। 

शुक्र के नीच में हो जाने से आपके पराक्रम में हानि होने की संभावना बनेगी। आपकी आमदनी के साधनों में बाधाएं आने से हानि होगी। सुख-समृद्धि के साधनों में आपको कमी देखने को मिलेगी। इस समय में धैर्य पूर्वक शांति से समय व्यतीत करें। 

सिंह राशि 

सिंह राशि वालों के लिए शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके दूसरे भाव में हो रहा है। आपके लग्न के अनुसार शुक्र आपके दशम और तीसरे घर को प्रभावित करते हैं। जिससे आपके रोजगार और पराक्रम पर विशेष रूप से शुक्र का प्रभाव देखा जाएगा। 

शुक्र के नीच में होने से आपको नौकरी में आ रही समस्याएं बढ़ सकती हैं। जो युवा रोजगार की तलाश में थे, अभी उन्हें और संघर्ष करना पड़ सकता है। आपके घर में कोई उत्सव होने वाला था, तो वह अभी टल जाएगा। मन के विचारों पर नियंत्रण रखें। 

कन्या राशि 

कन्या राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर आपके लग्न में हो रहा है। आपके लग्न के अनुसार शुक्र आपके नवम और द्वितीय घर को प्रभावित करते हैं। जिस के प्रभाव से आपको भाग्य और घर से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। 

आपके लग्न में नीच के शुक्र का गोचर आपके मनोबल को कमजोर कर सकता है। भाग्य के भरोसे रहकर निर्णय ना लें। घर में शांति का माहौल बनाकर रखें अन्यथा विवाद हो सकता हैं। 

तुला राशि 

तुला राशि वालों के लिए लग्न के स्वामी शुक्र अपने से 12 वें घर में गोचर करेंगे। आपके लग्न के अनुसार 12 वें भाव में लग्न के स्वामी शुक्र आपको विशेष शुभ फल नहीं दे पाएंगे। इस समय में आपको दूर की यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। खर्च और नुकसान दोनों अधिक हो सकते हैं।आपके लग्न में लग्न के स्वामी शुक्र आपको शारीरिक कष्ट भी दे सकते हैं। 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर आपके 11वें भाव में हो रहा है। आपके लग्न के अनुसार सातवें और 12वें में घर के स्वामी शुक्र हैं जिस कारण आपको धन-धान्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। 

पार्टनरशिप में चल रहे व्यापार में समस्याएं आ सकती हैं। शेयर मार्केट से नुकसान की संभावनाएं बनेगी। धन का खर्च बहुत सोच समझकर करें। 

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए शुक्र दशम भाव में गोचर कर रहे हैं। आपके लग्न के अनुसार शुक्र छठे और 11वें भाव के स्वामी है। जिससे आपको आय के साधनों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। 

प्रतिद्वंदी आपके कार्यों में बाधा पैदा करेंगे। यह समय आपके लिए मानसिक पीड़ा देने वाला है। रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं के लिए यह समय अधिक संघर्ष करने का है। 

मकर राशि 

मकर राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर आपके नवम भाव में होने वाला है। आपके लग्न के अनुसार शुक्र पंचम और दशम भाव के स्वामी हैं। जिससे विद्यार्थियों को विशेष रूप से कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। 

रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं को अधिक संघर्ष करना पड़ सकता है। यदि आप घर में कोई नया सुख का साधन लाने की योजना बना रहे थे, तो अभी आपको रुकना चाहिए। 

कुंभ राशि 

कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर आपके अष्टम भाव में हो रहा है। शुक्र आपकेलग्न के चतुर्थ और नवम भाव के स्वामी है। जिससे आपके घर के सुख साधनों में कमी देखने को मिलेगी। 

भाग्य का सहयोग न मिलाना, आपको निराश कर सकता है। आपके अष्टम भाव में नीच के शुक्र का गोचर आपको पेट से जुड़ी समस्याएं दे सकता है। खान-पान का विशेष ध्यान रखें। 

मीन राशि 

मीन राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर आपके सप्तम भाव में हो रहा है। आपके लग्न के अनुसार शुक्र तीसरे और अष्टम घर का स्वामी है। जिसके प्रभाव से आपको पराक्रम से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। 

लोगों में आपका सम्मान कम होता हुआ दिखाई देगा। पेट के रोग समस्या का कारण बन सकते हैं। जीवन साथी से यदि कोई विवाद चल रहा था, तो भविष्य में आपको अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शांत रहकर समय व्यतीत करें। 

शुक्र से जुड़े उपाय 

ज्योति शास्त्र में किसी भी ग्रह का उपाय लग्न के अनुसार किया जाता है। यदि शुक्र का शुभ फल प्राप्त ना हो रहा हो, तो ऐसी स्थिति में यह सामान्य से उपाय आपके जीवन में स्थिरता ला सकते हैं। आपको शुभ फल की प्राप्ति करने में मदद कर सकते हैं। 

  • शुक्रवार के दिन सफेद चावल बहते पानी में प्रवाहित करें। 
  • शुक्रवार के दिन दूध ब्रेड बीमार लोगों को खिलाएं। 
  • शुक्रवार के दिन खिचड़ी और दही कुष्ठ रोगियों को खिलाएं। 
  • शुक्रवार के दिन बहते पानी में सफेद कपड़े में नारियल बांधकर प्रवाहित करें। 
  • हीरा या जरकन नाम का रत्न धारण कर सकते हैं।
  • चंद्रमणि चंद्रमणि धारण करें। 
  • सीफ नाम का रतन दूध में उबालकर, उस दूध को पिएं। 
  • भगवान शिव और इंद्र की उपासना करें।
  • लक्ष्मी माता की पूजा कमल के फूल से करें।