Shukra Uday 2024: शुक्र उदय कब होगा? जानें डेट्स और शुक्र के उदय होने पर करने वाले शुभ कार्य
Shukra Uday 2024: लगभग ढाई महीने बाद शुक्र का उदय होने जा रहा हैं। शुक्र के अस्त होने के साथ ही गुरु भी अस्त हुए थे। जो 6 मई को अस्त हुए और 2 जून को उदित हो गए थे।
परन्तु शुक्र के अस्त रहने के कारण सभी शुभ कार्य बंद थे। अब 7 जुलाई 2024 को शुक्र उदय होंगे और 10 जुलाई जो शुक्र का बाल्य समाप्त हो जाएगा।
शुक्र उदय के 10 दिन बाद ही देव शयनी एकादशी तिथि आ रही है। जिसके कारण विवाह आदि के लिए लोकाचार अनुसार अलग-अलग विचार किया जाता है। जो लोग देव शयनी एकादशी के बाद विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं करते हैं। उनको 10 जुलाई से 27 जुलाई तक सभी विवाह आदि शुभ कार्य पूरे करने लेने चाहिए।
शुक्र उदय (Shukra Uday 2024) के बाद क्या क्या किया जा सकता हैं, आइए, जानते हैं VAMA के ज्योतिषाचार्य डॉ देव से….
शुक्र ग्रह से जुड़ी ज्योतिषीय जानकारी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह को जीवन में सुख और समृद्धि का कारक माना जाता है। शुक्र ग्रह के प्रभाव से जीवन में सब तरह के सुख का अनुभव हम कर सकते हैं। जिनकी जन्म कुण्डली में शुक्र अस्त हों या नीच की स्थिती में हों तो उसके जीवन में सुखो का अभाव होता है।
जिनके जीवन में शुक्र ग्रह का शुभ फल प्राप्त नही होता है, उनको चाहिए की शुक्र के अस्त या वक्री होने की स्थिती में किसी भी प्रकार का शुभ कार्य ना करें।
ऐसे समय में किये गये शुभ कार्य या तो पूरे नही हो पाते या सुख नही देते। इस लिए इस समय में कुण्डली की दृष्टी से भी शुक्र के उदय और अस्त होने का विचार मुख्य रूप से किया जाता है।
शुक्र के उदय होने पर करने वाले शुभ कार्य
विवाह
शुक्र ग्रह वैवाहिक जीवन में सुख समृद्धि देने वाले मुख्य ग्रह हैं। विवाह जैसे मांगलिक कार्य के लिए शुक्र का उदय होना शुभ फल देने वाला माना जाता है। इसी लिए शुक्र के उदय होने पर विवाह करना बहुत शुभ होता है।
भवन (मकान)
अगर आप नया घर लेने की योजना बना रहे हैं, तो शुक्र उदय होने के बाद आपके लिए शुभ समय की शुरुवात हो रही है। घर में सुख शांति के लिए शुक्र का विचार किया जाता है। शुक्र उदय के बाद आपके लिए भवन खरीदना बहुत शुभ फल देने वाला होगा।
वाहन
नया वाहन लेने के लिए शुभ समय देखा जाना बहुत जरुरी होता है। नया वाहन हमे सुख दे उसके लिए शुक्र का विचार करना बहुत जरुरी है। अगर शुक्र अस्त होने पर वाहन खरीदा जाता है, तो उसका पूरा लाभ नही मिलता। इस लिए शुक्र उदय होने के बाद ही नया वाहन ख़रीदना शुभ होता है।
दैविक कार्य
शुक्र अस्त होने पर अनुष्ठान भी वर्जित होते हैं। शुक्र के उदय होने के साथ ही शुरू हो रहे हैं गुप्त नवरात्रि, तो ऐसे समय में पूजा पाठ करना भी शुभ फल देने वाला हो जाता है। इस समय का पूरा लाभ उठाने के लिए पूजा करना भी शुभ फल देने वाला होता है।
शुक्र के मन्त्र से होगा लाभ
जिनके जीवन में शुक्र की स्थिती अधिक अच्छी नही है। उनको शुक्र के उपाय जरुर करने चाहिएं। मंत्र जाप सबके लिए अच्छा फल देता है। वहीं स्थिती के अनुसार अन्य उपाय करना भी शुभ होता है।
शुक्र के मंत्र
- ऊँ ह्रीं श्रीं शुक्राय नम:।।
- ऊँ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।।
- ऊँ वस्त्रं मे देहि शुक्राय स्वाहा।।
- ऊँ शुं शुक्राय नम:।।
- ऊँ हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम।।
- सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम ।।
- “ॐ भृगुराजाय विद्महे दिव्य देहाय धीमहि तन्नो शुक्र प्रचोदयात्”।।
शुक्र की अशुभता को दूर करने के घरेलू उपाय
- लक्ष्मी माता की उपासना करें। (ॐ महालक्ष्म्यै नमः का जाप करें)
- सफेद रंग के वस्त्र का दान करें।
- जब भी भोजन करें तो, भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कुत्ते और कौवे को दे दें।
- शुक्रवार का व्रत रखें।
- दो मोती लें और उसमे से एक पानी में बहा दें, दूसरा जिंदगी भर पास रखें।
- घर को साफ-सुथरा रखें और स्वयं साफ कपड़े पहनें।
- नित्य स्नान अवश्य करें।
- शरीर को साफ़ सुथरा रखे।
- सुगंधित द्रव्य (इत्र) या सेंट का उपयोग रोज करें।
ऐसे ही सनातन धर्म की व्रत कथा, त्योहार आदि महत्वपूर्ण जानकारी के लिए वामा ब्लॉग पढ़ें।