विवाह में हो रही देरी तो करें ये अचूक उपाय, जल्द बनेंगे शादी के योग

आइए, इस ब्लॉग में शीघ्र विवाह के उपाय (Jaldi Shadi Ke Upay) जानते हैं।

Jaldi Shadi Ke Upay: जीवन में समस्याएं हमें किसी न किसी रूप में घेरे रहती हैं। कभी धन को लेकर, कभी रोजगार को लेकर, कभी परिवार को लेकर तो कभी विवाह को लेकर।

आज के समय में विवाह एक बड़ी चिन्ता का कारण बनता जा रहा है समय से बच्चों का विवाह न होना, आज एक गंभीर समस्या का रूप ले चुका है।

कभी मांगलिक होने के कारण तो कभी अच्छा वर या अच्छी कन्या ना मिलने के कारण विवाह में विलंब होता रहता है।

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तो आइए, इस ब्लॉग में शीघ्र विवाह के उपाय (Jaldi Shadi Ke Upay) जानते हैं। 

शीघ्र विवाह के उपाय (Jaldi Shadi Ke Upay)

शीघ्र विवाह हेतु सोमवार को 1200 ग्राम चने की दाल तथा सवा लीटर कच्चा दूध दान करें। जब तक विवाह ना हो तब तक यह प्रयोग करें। इस प्रयोग से विवाह होना निश्चित है।

जिस कन्या के विवाह को एक महीना हो गया हो, उस कन्या के हाथ में से एक चूड़ी उतरवाकर यदि कोई कुंवारी कन्या अपने हाथ में पहन लें, तो शीघ्र ही उसका विवाह हो जाएगा।

यदि किसी कन्या की पत्रिका में मंगली योग के कारण विवाह में अड़चन आ रही हो, तो वह मंगल चण्डी स्त्रोत का पाठ एवं मंगलवार और शनिवार को सुन्दरकाण्ड का पाठ करें।

विवाह योग्य युवक/ युवती प्रत्येक सोमवार को मन्त्रों द्वारा सिद्ध चैतन्य पारद शिवलिंग पर कच्चा दूध, मिश्रित जल एवं पाँच लाल रंग के फूल चढ़ाएं। यथा शक्तिनुसार ॐनमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए मन ही मन अपने विवाह की कामना करें, तो जल्दी ही विवाह होता है।

विवाह योग्य युवक/युवती प्रत्येक गुरूवार अपने नहाने के जल में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करें, प्रत्येक गुरूवार को केले के वृक्ष के सम्मुख गुरू के 108 नामों के उच्चारण के साथ शुद्ध घी का दीपक जलाएं एवं जल अर्पित, ऐसा करने से जल्दी ही विवाह होता है।

विवाह में आने वाली अड़चनें दूर करने के लिए शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार से यह उपाय प्रारम्भ करें। शुक्रवार की रात सोते समय आठ छुहारे पानी में डालकर उबालें। अब वह बर्तन अपने सोने वाले कमरे में रख दें। अगले दिन शनिवार को किसी बहते जल में यह छुहारे प्रवाहित कर दें। विवाह में आने वाली सभी अड़चनें दूर हो जाएंगी।

यदि किसी युवक के विवाह में अड़चने आ रही हैं, तो वह युवक सदैव एक पीला रूमाल अपने पास रखें।

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कन्या के विवाह में यदि विलंम्ब ज्यादा हो रहा हो तो किसी भी शुक्ल पक्ष के गुरूवार से यह प्रयोग प्रारंभ करें। उस गुरूवार को कन्या पीले वस्त्र तथा अगले दिन शुक्रवार को सफेद वस्त्र धारण करे। यह उपाय पाँच गुरूवार तथा पाँच शुक्रवार तक लगातार करें। यह बातविशेष रूप से ध्यान रखें कि कन्या एक वस्त्र को पुनः ना पहने हर वार नया वस्त्र ही पहनें।

उचित आयु के पश्चात भी यदि किसी कन्या का विवाह नहीं हो रहा है। तो वह कन्या ऐसी किसी कन्या के विवाह का वस्त्र धारण करें जिसका विवाह हो रहा हो तो उस कन्या का विवाह भी शीघ्र ही हो जाएगा।

यदि विवाह योग्य कन्या/ युवक ॐ भग्नाय नमः इस मंत्र का जाप मन में करते हैं तो शीघ्र विवाह की स्थितियाँ बनती हैं।

यदि युवक का विवाह अधिक आयु होने तक भी ना हो पा रहा हो तो गुरूवार को कुम्हार का चाक घुमाने वाला डंडा घर ले आएं। उसी दिन उसे लीप-पोतकर, लहंगा चुनरी पहनाकर तथा सिंदूर-महावर लगाकर दुल्हन के रूप में एक कोने में खडा करके गुड़ चावल से पूजें तो युवक का विवाह जल्दी हो जाता है।

यदि किसी युवती के विवाह में अनावश्यक विलम्ब हो रहा हो तो उसे चाहिए कि जब भी वह किसी सहेली की अथवा रिश्तेदार कन्या के विवाह में सम्मिलित होने जाए और वहाँ पर दुल्हन को मेंहदी लगायी जा रही हो तो उस कन्या के हाथ से थोडी सी मेंहदी अपने हाथों में भी लगवा ले। ऐसा करने से विवाह बाधा समाप्त होकर शीघ्र ही वैवाहिक सम्बंध स्थापित हो जाता है।

काफी प्रयत्न करने के बावजूद भी यदि किसी लड़की की शादी का योग नही बन पा रहा हो तो, उस लड़की को किसी भी माह के शुक्लपक्ष के गुरूवार के दिन घर के गमले में केले का पौधा स्थापित करके उसकी पूजादि करें। तत्पश्चात मंत्रसिद्ध चैतन्य एवं प्राण-प्रतिष्ठित गुरू यंत्र को केले के पौधे की जड़ में स्थापित करें। सात गुरूवार तक नियमित व्रत करने का संकल्प लें । प्रतिदिन केले के वृक्ष की जड़ को हल्दी मिश्रित जल से सीचें और सांयकाल धूप दीपक करें। (ध्यान रखें कि सात गुरूवार के व्रत के दौरान मासिक धर्म के समय व्रत तथा पूजादि ना करें और उसके पश्चात पुनः वही व्रत तथा पूजा प्रारम्भ कर दें।)

कन्या की आयु विवाह योग्य होने पर उसे घर के वायव्य कोण के कमरे में सुलाएं। शीघ्र ही विवाह होकर दूसरे घर में चली जाएगी। ऐसा करने से स्थान परिवर्तन का योग बनता है, अगर आप विदेश जाना चाहते हैं तो भी ये उपाय कर सकते हैं।

विवाह में विलंब होने पर कन्या गुरूपुष्य योग या किसी शुभ मुहूर्त में केले की जड़ को पीले कपड़े में लपेटकर पीले धागे मे बाँध कर अपनी भुजा या गले में पहन ले तो जल्दी ही विवाह का योग बनता है।

जिस कन्या का विवाह न हो रहा हो उसे चाहिए कि किसी भी विवाह समारोह में दूल्हा-दूल्हन के पास इस तरह खड़ी हो जाए कि दूल्हे पर फेंके जाने वाले चावल उसके ऊपर भी गिरें ऐसा करने से शीघ्र ही विवाह का प्रस्ताव आएगा।

निचे दिए जा रहे मंत्र को पुष्य नक्षत्र मे प्रारम्भ करके प्रातः व सांय तुलसी के पौधे के पास बैठकर घी का दीपक जलाकर मंत्र का 1 माला जाप करें। जिन दिनों इस मंत्र को नही करना हो तो अपनी माँ या बहन से करवा लें। लगातार यह प्रयोग करने से शीघ्र ही सफलता दिखाई देने लगती है।

तव जनक पाय वसिष्ठ आय सु ब्याह साजी संवारि के।

मांडवी श्रुति की रति उरमिला कुंअरी लई हंकारि के।

शुक्लपक्ष के बुधवार को गौरी गणेश की फोटो या मूर्ति की धूप, दीप, फूल, बूंदी के लड्डू एवं दूब से पूजन कर भगवान से प्रार्थना करें कि मेरा विवाह शीघ्र कराएं शाम के समय प्रसाद वाला लड्डू स्वंय ही प्रसाद के रूप में ग्रहण कर लें। शीघ्र ही विवाह प्रस्ताव आने लगेंगे।

दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ करने से वैवाहिक विघ्न बाधाएं दूर होती है। रामचरितमानस के बालकाण्ड में शिव-पार्वती विवाह प्रकरण का नित्य पाठ करने से कन्या का विवाह शीघ्र होता है।

यदि किसी बाधा के कारण किसी युवक का विवाह नहीं हो पा रहा है तो वह सोमवार के दिन भोजपत्र पर अष्टगंध से अनार की कलम द्वारा विवाह बाधानिवारक यंत्र बनाएं। फिर यंत्र को लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़े के ऊपर रखकर एवं तिल के तेल का दीपक जलाकर हल्दी की माला से ॐ नमः शिवाय मंत्र का ग्यारह सौ बार जप करें। सवा महीने तक यह प्रयोग करने से विवाह की सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी।

विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करने का यह एक अचूक उपाय है। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र के सामने किसी भी शुक्लपक्ष के गुरूवार में (ॐ लक्ष्मीनारायणाय नमः) मंत्र की नित्य प्रति स्फटिक माला से जाप कर लें। तीन माह तक गुरूवार को मंदिर में जाकर प्रसाद चढ़ाएं। शीघ्र ही मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।

शुक्लपक्ष के किसी भी शुक्रवार के दिन विवाह योग्य युवक युवती अपने दाँए हाथ की मध्यमा उंगली में पाँच रत्ती का अमेरिकन डायमंड रत्न को स्वर्ण अथवा चाँदी में जड़वाकर धारण करें। शीघ्र ही विवाह कारक योग बन जाते हैं।

किसी भी शुभ मुहूर्त में या गुरूपुष्य योग में केले की जड़ को पीले वस्त्र में लपेटकर बाँह में या पीले धागे से अपने गले में धारण कर लें। साथ ही शीघ्र विवाह कवच को अपने घर के मंदिर में स्थापित करके उसकी प्रतिदिन पूजा करें। शीघ्र एवं मनोवांछित फल प्राप्त होगा।

यदि किसी वजह से कन्या के विवाह में बाधाएं आ रही हैं तो कन्या प्रति सोमवार को नहा धोकर अपने घर में ही पूजास्थल में पारद शिवलिंग पर जल में दूध मिलाकर (ॐ सोमेश्वराय नमः) मंत्र का जाप करते हुए अर्पित करें। पूर्ण श्रद्धा से रूद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जाप करते हुए भगवान शिव से अपने विवाह में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने का आग्रह करें।

कन्या या पुरूष प्रतिदिन इस मंत्र की एक माला का जाप करें तो शीघ्र ही विवाह हो जाएगा।

ॐ कात्यायनी देवीय नमः

ऐसे ही धार्मिक उपाय जानने के लिए VAMA का ब्लॉग पढ़ें। 

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