Mangal Gochar 2024: मंगल ग्रह 26 अगस्त, 2024 को मिथुन राशि में गोचर करेंगे
Mangal Gochar 2024: भूमि के पुत्र मंगल नवग्रहों में सेनापति कहे जाने वाले ग्रह हैं। इनके प्रभाव से युवाओं में तेज, उग्रता जोश इत्यादि का विचार किया जाता है। सभी ग्रहों की तरह मंगल लगभग 45 दिन में अपना राशि परिवर्तन करते हैं।
आने वाली 26 अगस्त को भूमिपुत्र मंगल अपनी राशि बदलने वाले हैं। मंगल मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। इससे पहले 12 जुलाई 2024 के दिन मंगल वृषभ राशि में आए थे। अब तक मंगल देव गुरु बृहस्पति के साथ गोचर कर रहे थे।
जिसके कारण मंगल का प्रभाव शांत और सौम्या बना हुआ था। परंतु अब मंगल देव गुरु बृहस्पति के प्रभाव से बाहर आकर अपना प्रभाव दिखाना शुरू करेंगे। हर राशि के अनुसार मंगल का प्रभाव अलग-अलग होने वाला है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी है।
यह गोचर मेष राशि से तीसरे भाव में और वृश्चिक राशि से आठवें भाव में होने वाला है। जिसके कारण मिथुन, धनु, कन्या और मकर इन राशियों को मंगल का प्रभाव विशेष रूप से देखने को मिलेगा।
मंगल का प्रभाव
मंगल जीवन में यौवन के साथ-साथ तेज प्रदान करते हैं। मंगल के प्रभाव से युवाओं में एक अलग प्रकार का जोश देखा जाता है। मंगल युवाओं में नेतृत्व करने की भावना पैदा करते हैं। नवग्रहों में संज्ञा के अनुसार मंगल को सेनापति भी कहा गया है। इसके प्रभाव से युवा सैनिक बनने को तत्पर हो जाते हैं। जीवन में सेवा कर्म करने का भाव धारण करते हैं।
मंगल का रक्त में प्रभाव
मंगल शरीर में रक्त का प्रतिनिधित्व करते हैं। शरीर में रक्त से जुड़े विकारों का कारक मंगल को माना जाता है। अगर मंगल क्रूर ग्रहों की युति में होते हैं तो मनुष्य को रक्त विकार होने की प्रबल सम्भावना होती है। जब-जब मंगल क्रूर ग्रहों के प्रभाव में होते हैं तो, विकार होने की संभावना डबल हो जाती हैं। ये सब योग कुंडली के अनुसार विचार किए जाते हैं।
मंगल और मशीनरी
मंगल को मशीनरी का कारक माना जाता हैं। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है मैकेनिकल क्षेत्र से जुड़े युवा कहीं ना कहीं मंगल के प्रभाव से जुड़े होते हैं। मंगल को मेकैनिज्म का कारक माना जाता है। युवाओं के मस्तिष्क में निर्णय शक्ति, धैर्य इत्यादि का कारक मंगल को माना जाता है।
मंगल और सम्बन्ध
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को नेतृत्व करने वाला ग्रह माना जाता है। नेतृत्व करने वाले व्यक्ति के अंदर धैर्य और संबंध स्थापित करने की योग्यता होती है। जिससे उसकी छवि अच्छी या बुरी बनती है। मंगल की स्थिति के अनुसार व्यक्ति के संबंधों का विचार किया जाता है।
आइए जानते हैं VAMA के ज्योतिषाचार्य डॉ देव से, मंगल के राशि परिवर्तन से किन राशियों पर कैसा प्रभाव होगा और उससे बचने के उपाय…
Mangal Gochar 2024: मंगल का गोचर वृषभ राशि से बदल कर मिथुन राशि में होने वाला है। जिसके कारण कुछ राशियाँ विशेष रूप से प्रभावित होंगी आइए जानते हैं…
मिथुन राशि
मिथुन राशि में मंगल के आने से मिथुन राशि वालों को स्वभाव में उत्तेजना और उग्रता का प्रभाव देखने को मिलेगा। जो लोग आपके सामने नजर उठा कर बात करते थे, अब वो टिक नहीं पाएंगे। यदि आपके कार्यों में कोई बाधाएं आ रही थी, तो अब आपके कार्य आसानी से पूरे होंगे।
जिन युवाओं को पार्टनरशिप के व्यापार में नुकसान हो रहा था उनके लिए लाभ की स्थिति बनेगी। यदि आप नया वाहन या नया भवन खरीदने का मन बना रहे थे, तो अब आपके मनोरथ पूर्ण होने का समय आ गया है। खानपान का ध्यान रखें, शारीरिक रोग होने की प्रबल संभावना बनी रहेंगी। ऊंचाई से दूर रहें।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए मंगल का मिथुन राशि में आना शुभ फल लेकर आया है। मंगल की चतुर्थ दृष्टि आपकी राशि पर पूर्ण रूप से आ रही है। केतु, मंगल के प्रभाव से आपको विशेष उन्नति प्रदान करेंगे। कार्यों में आ रही रुकावटें अब दूर होंगी।
यदि किसी शत्रु से परेशान हो रहे थे, तो अब आपकी परेशानियां समाप्त होती दिखाई देंगी। यदि कोर्ट में कोई केस चल रहा था, तो अब उनका निपटारा हो जायेगा।
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए मंगल के मिथुन राशि में आने से सप्तम दृष्टि आपके लग्न पर आ रही है। जिससे आपके अंदर एक विशेष प्रभाव देखने को मिलेगा। इस समय में आलस्य दूर हो जाएगा। आपके अंदर ऐसी भावना जन्म लेंगी, कि आपको हर कार्य की जानकारी है।
यदि आप देश सेवा में एक सैनिक हैं। तो आपको विशेष फल देखने को मिलेगा, उन्नति के योग बनेंगे। यदि जीवनसाथी से कोई मन-मुटाव चल रहा था, तो मौन होने की जरूरत है, अन्यथा विवाद गंभीर रूप ले सकते हैं। व्यापार में यदि पार्टनरशिप करने की सोच रहे थे तो इस समय में सावधान रहें, अभी निर्णय टाल दें।
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए मंगल का राशि परिवर्तन करना बहुत शुभ फल देने वाला सिद्ध होगा। मकर राशि में मंगल उच्च के होते हैं। मंगल की पूर्ण अष्टम दृष्टि मकर राशि पर आ रही है। जिससे मकर लग्न के लोगों को पूर्ण बल प्राप्त होगा।
शारीरिक कष्टों से निजात मिलेगी।
यदि किसी शत्रु से पीड़ित हो रहे थे, तो अब शत्रु शांत होंगे। यदि कोई शत्रु आप पर कैसे कर रहा है, तो वह स्वयं पीछे हट जाएगा। युवाओं में जोश भरा रहेगा। इस समय में थकान आपको महसूस ही नहीं होगी। जीवन को उन्नत बनाने के लिए व्यायाम करते रहें।
मंगल के उपाय
मंगल के मिथुन राशि में आने से जिन राशियों पर विशेष प्रभाव आ रहा है। जिन्हें कुण्डली में मंगल की स्थिति शुभ ना होने के कारण मंगल का शुभ फल मिलने में किसी प्रकार की समस्या आ रही हैं। उन्हें मंगल की शांति के लिए यह उपाय करने चाहिएं।
- मंगलवार के दिन लाल कपड़े में नारियल बांधकर हनुमान जी को भेंट अर्पण करें।
- मंगलवार के दिन लाल मसूर (मसरी) की दाल गरीबों में दान करें।
- गुड़ और काले चने मंगलवार के दिन बंदरों को खिलाएं।
- हनुमान चालीसा के 11 पाठ मंगलवार के दिन करें। नियमित रूप से एक पाठ करें।
- मंगलवार और शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ अवश्य करें।
- हनुमान जी को बूंदी का प्रसाद एवं केले का प्रसाद अर्पण करें।
- मंगलवार के दिन किसी विद्वान ब्राह्मण से पूर्ण जानकारी लेकर हनुमान जी का पूर्ण चोला अर्पण करें।
मंगल शान्ति मंत्र
- ऊँ अं अंगारकाय नम:
- ऊँ भौं भौमाय नम:।।
- ऊँ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम । कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम ।।
मंगल गायत्री मंत्र
- ॐ क्षिति पुत्राय विदमहे लोहितांगाय
धीमहि-तन्नो भौम: प्रचोदयात।।
मंगल ग्रह का तांत्रिक मंत्र-
- ॐ हां हंस: खं ख:।।
- ॐ हूं श्रीं मंगलाय नम:।।