अगर आपके घर में भी ऐसे लक्षण हैं, जो बताते हैं आपके उपर भी पितरों का साया है। तो आज ही भाग लें VAMA द्वारा आयोजित पितृ दोष शांति एवं त्रिपिंडी श्राद्ध पूजा में…
आइए, इस ब्लॉग में अलोपी देवी मंदिर (Alopi devi mandir) का इतिहास, महत्व और यात्रा विवरण को विस्तार से जानते हैं।
अगर आप भी संतान प्राप्ति की कामना रखते हैं तो VAMA द्वारा पशुपतिनाथ मंदिर में आयोजित संतान प्राप्ति पशुपतिनाथ पूजा में भाग लें।
कटरा स्थित चरण पादुका मंदिर माता वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों के बीच लोकप्रिय है। यहां माता के दिव्य पैरों के निशान आज भी हैं।
बिहार के कैमूर जिले में स्थित है चमत्कारी मां मुंडेश्वरी मंदिर। यहां बिना रक्त बहाए ही बकरे की बलि चढ़ जाती है। जानें, मंदिर का इतिहास
उत्तम विवाह योग सिद्धर्थम पूजा कराने से शादी की अनुकूल परिस्थितियां बनती है और शादी लंबे समय तक टिकी रहती है।
हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा 30 किलोमीटर दूर माता ज्वाला देवी का मंदिर है। यहां देवी की पूजा एक शाश्वत ज्वाला के रूप में की जाती है।
सनातन धर्म में शक्तिपीठों का बड़ा महत्व है। इन शक्तिपीठों में माता श्री नैना देवी जी का मंदिर (Naina Devi Temple) बहुत प्रसिद्ध है।
क्या आप जगन्नाथ यात्रा में शामिल होना चाहते हैं? तो यहां जानिए, रथ यात्रा 2024 जुड़े नियम,कहां रुकें और कैसे जाएं
आइए, सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ. आचार्य देव से आज का पंचांग (20 April, 2024 Ka Panchang), शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय जानते हैं।
राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी, 2024 का दिन निर्धारित किया गया है। ऐसे में भक्तों के मन प्रश्न है कि यह दिन क्यों...तो आइए जानें
22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे विधि विधान के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस कार्यक्रम में करीब 4000 साधु-संतों और 2500 विशिष्ट व्यक्तियों की पहुंचने की संभावना है।