लोहड़ी पर्व (Lohri) को उत्तर भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान सूर्य देवता और अग्नि की पूजा की जाती है।
मकर संक्रांति एक प्रमुख पर्व है। यह पर्व भगवान सूर्य को समर्पित है। इस दिन नदियों में स्नान और इसके बाद दान आदि का बेहद महत्व होता है।
Tulsi Vivah 2023: सनातन धर्म में तुलसी विवाह का बड़ा महत्व है। पुराणों के अनुसार तुलसी जी माता लक्ष्मी का स्वरूप हैं।
मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा (kartik purnima) के दिन गंगा स्नान, दीपदान, हवन, यज्ञ आदि करने से सांसारिक पाप नष्ट होता है और अगले जन्म में स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
इस वर्ष देव दिवाली 26 नवंबर, 2023 को पड़ रहा है। इसदिन खासतौर पर वाराणसी में बड़े ही धूमधाम से दिवाली के त्योहार को मनाया जाता है।
छठ का त्योहार (Chhath puja) पूरे 4 दिनों बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस वर्ष छठ का महापर्व 19 नवम्बर 2023, दिन रविवार को पड़ रहा है।
छठ पूजा (Chhath Puja) लोक आस्था का एक महत्वपूर्ण पर्व है। इस पर्व में भगवान सूर्य और छठी माता की उपासना की जाती है।
संतान प्राप्ति के लिए महिलाएं अहोई अष्टमी व्रत (ahoi ashtami vrat) रखती हैं। आइए यहां जानें, अहोई अष्टमी व्रत की संपूर्ण जानकारी और व्रत कथा
रक्षाबंधन की तरह भाई दूज का पर्व भाई-बहन के प्रति स्नेह का त्योहार है। इसे दिवाली के दो दिन बाद द्वितीया तिथि को मनाया जाता है।
सनातन धर्म में करवाचौथ व्रत (karva chauth 2023) का विशेष महत्व है। इस व्रत को महिलाएं बड़े ही बेसब्री से इंतजार करती हैं।
करवा चौथ महिलाओं का एक प्रमुख व्रत है। इस वर्ष करवा चौथ (Karwa Chauth) का व्रत 1 नवंबर, 2023 को मनाया जाएगा।
सनातन धर्म में शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2023) का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान, दान और व्रत करना बहुत ही फलदायी माना जाता है।