शनि शांति पूजा (Shani Shanti Puja) करने से जीवन के कष्टों का अंत और जीवन में उर्जा का संचार होता है। इससे शनि देव जीवन में आ रही सभी बाधाएं और भयंकर बीमारियों से मुक्ति दिलाते हैं।
निर्जला एकादशी सभी एकादशी में सबसे बड़ी एकादशी मानी जाती है। निर्जला एकादशी के व्रत से जन्म-जन्मान्तर के पापों से मुक्ति मिलती है।
अगर आपको संतान प्राप्ति में बाधा आ रही है या कुण्डली दोष के कारण सन्तान प्राप्ति में देरी हो रही है, तो आपको बाल गोपाल संतान प्राप्ति पूजा में अवश्य भाग लेना चाहिए।
संकष्टी चतुर्थी व्रत (Sankashti Chaturthi Vrat) को संकट हरने वाला व्रत माना गया है। भक्तों के बीच इस व्रत का विशेष महत्व है।
शुक्ल पक्ष में चंद्रमा की रोशनी बढ़ने के साथ पूर्णिमा तिथि पर ये शुक्ल पक्ष पूर्ण होता है, और चंद्रमा की रोशनी घटनी शुरू होती है। आकाश में चंद्रमा के पूर्ण आभाव होने पर अमावस्या तिथि होती है।