
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का गोचर राशियों और नक्षत्रों में होता है। जिसके प्रभाव से राशियों के रोगों का विचार किया जाता है।

कुण्डली में बहुत से योग होते हैं जिनका शुभ और अशुभ फल प्राप्त होता है। जैसे- राज योग, विपरीत राज योग, गजकेसरी योग, नीचभंग राजयोग आदि।

जीवन को आसन बनाने के लिए नित्य पूजा और नित्य कर्म किया जाता है, क्या होता है इनका लाभ और कैसे करें जानें इस ब्लॉग में

अगर आप कोर्ट कचहरी या जमीन के विवाद से परेशान हैं तो आपको प्रत्येक मंगलवार के दिन हनुमान जी का व्रत (hanuman ji ka vrat) अवश्य करना चाहिए।

चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश की आराधना करना बेहद मंगलमय माना जाता है। इस दिन भगवान गणेशजी की पूजा और व्रत करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।